पश्चिम के रंगों में, रंगी है ये दुनिया।
तिरंगे की अर्थी पर, फूलों सी सजी है ये दुनिया।
हर दिन आसमाँ की ओर
, तकती है ये दुनिया।
पर हकीकत में ज़मीं से ही, उठ नहीं सकती है ये दुनिया
। बौने से लोग...
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